
Sonbhadra News: घर में घुस आए हमलावरों से डेढ़ घंटे तक मां-बेटी ने किया संघर्ष, एक आरोपी ग्रामीणों के हत्थे चढ़ा
Sonbhadra News: सोनभद्र जिले में महिलाओं के साहस और अदम्य हिम्मत की मिसाल सामने आई है। शुक्रवार की आधी रात घर में घुस आए हथियारबंद हमलावरों का सामना एक मां और उसकी नाबालिग बेटी ने बिना किसी भय के किया। करीब डेढ़ घंटे चले संघर्ष में दोनों घायल तो हुईं, मगर उन्होंने हमलावरों के सामने झुकने से इनकार कर दिया।
कठपुरवा गांव में घटी घटना
यह हादसा हिंदुआरी–मीरजापुर मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत कठपुरवा का है। चौकी हिंदुआरी क्षेत्र में रहने वाली गीतांजलि (33) अपने दो बच्चों—रश्मि (15) और आदर्श (7)—के साथ घर पर थीं। उनके पति राजेश कुमार मौर्य नौकरी के सिलसिले में मुंबई में रहते हैं, इसलिए घर में सिर्फ मां और बच्चे ही मौजूद थे।
रात करीब 12 बजे के बाद बदमाशों का एक गिरोह घर के पिछले हिस्से से अंदर घुस आया। आहट मिलते ही गीतांजलि जब बाहर आईं तो घात लगाए एक युवक ने उन पर हमला कर दिया और उनका गला दबाने लगा। अचानक हुए इस हमले में वे लड़खड़ा गईं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी।
शोर सुनकर बेटी रश्मि भी बाहर पहुंची तो हमलावर ने उसे भी दबोचने का प्रयास किया। इसके बाद मां-बेटी और हथियारबंद हमलावरों के बीच शुरू हुआ संघर्ष करीब एक घंटे से अधिक समय तक चला।
चीखें सुनकर ग्रामीण दौड़े
गीतांजलि और रश्मि लगातार चिल्लाकर मदद मांगने लगीं। आवाज सुनकर पास के ग्रामीण मौके की ओर दौड़े। घटना की जानकारी 112 पुलिस और गीतांजलि के भाई यशवंत मौर्य को भी दी गई। ग्रामीणों ने घर के भीतर फंसे एक आरोपी को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा।
पकड़ा गया युवक दिलबर शेख, निवासी सीतेशनगर, जिला पाकुर (झारखंड) बताया जा रहा है। उसके अन्य साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने टीमें लगा दी हैं।
मां-बेटी के साहस की पूरे क्षेत्र में चर्चा
मां-बेटी की बहादुरी और सूझबूझ ने एक बड़ी वारदात को टाल दिया। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए जांच तेज कर दी है और भागे हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए विशेष टीम गठित की गई है।

