
Shamli News: शामली में मूसलाधार बारिश का कहर, 500 घर जलमग्न, स्कूली वैन फँसी, करोड़ों का नुकसान
Shamli News: सुबह की पहली किरण के साथ ही शामली के आसमान से बरसने लगी मूसलाधार बारिश ने शहर के जनजीवन को थाम सा दिया। सुबह पाँच बजे से शुरू हुआ पानी का सिलसिला दोपहर तक थमता नहीं दिखा। देखते ही देखते दो दर्जन से अधिक मोहल्लों और 500 से अधिक घरों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया।
घर का सामान पानी में डूबकर खराब हो गया। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएँ जलभराव में फँसे रहे। सुबह के समय जब बच्चे स्कूल जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी हालात बिगड़ते चले गए। रॉक गोल्ड एकेडमी की वैन, जिसमें बच्चे और एक अध्यापिका मौजूद थीं, तीन से चार फीट पानी में फँस गई। जैन कॉलेज बनत की वैन भी बच्चों और शिक्षकों समेत एक घंटे से अधिक समय तक पानी में अटकी रही। पानी के दबाव के आगे बचाव के प्रयास नाकाम रहे और बच्चों को वापस घर लौटाना पड़ा।
व्यापारियों को हुआ भारी नुकसान
शहर के नेहरू मार्केट और कैराना रोड जैसे प्रमुख बाजार भी पानी में डूब गए। दुकानों में घुसा पानी करोड़ों रुपये का नुकसान कर गया। व्यापारी अपने भीगे माल को बचाने में जुटे रहे। कई दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने बारिश से बचाव की तैयारी की थी, पर नालों की सफाई न होने से सारी मेहनत बेकार हो गई।
सड़कों पर ‘तालाब’ जैसा नज़ारा
गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक पानी ही पानी था। कहीं भी ऐसा इलाका नहीं बचा, जहाँ तीन-चार फीट पानी जमा न हो। लोग मजबूरी में गंदे पानी में उतरकर अपने काम निपटाने को विवश रहे। कई दोपहिया और कारें पानी में बंद हो गईं।
स्थानीय लोगों की शिकायत
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी नगर पालिका के साफ-सफाई और नालों की सफाई के वादे कागज़ों तक सीमित रहे। करोड़ों रुपये के बजट के बावजूद जल निकासी की व्यवस्था नदारद रही। कई घरों में पानी घुसने से फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े और राशन तक खराब हो गए।
एक निवासी ने कहा, “हमने नगर पालिका को कई बार शिकायत दी थी कि नालियों की सफाई हो, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज बच्चों के स्कूल छूट गए, घर का सामान खराब हो गया और नुकसान का कोई हिसाब नहीं है।”

