
Bulandshahr News: ऑनलाइन गेमिंग व हवाला रैकेट का भंडाफोड़, इंजीनियर समेत 6 गिरफ्तार
Bulandshahr News: बुलंदशहर जनपद की सिकंदराबाद पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में काले धन को सफेद करने वाले एक बड़े इंटरनेशनल रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने इस गिरोह के छह ग्रेजुएट सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक B.Tech इंजीनियर भी शामिल है।
एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि पूरे मामले की परत तब खुली जब गिरोह के सदस्य प्रमोद ने 6 लाख रुपए हड़पने के लिए अपने ही अपहरण की झूठी FIR अपने बेटे से दर्ज कराई। इसी रिपोर्ट की जांच से बड़े हवाला नेटवर्क का राज खुल गया।
6 लाख हड़पने के लिए रची ‘अपने ही अपहरण’ की कहानी
25.11.25 को मेहपा जागीर निवासी प्रमोद अचानक घर से बिना बताए गायब हो गया। उसके बेटे धनेश ने सिकंदराबाद कोतवाली में पिता के अपहरण और 6 लाख की फिरौती की शिकायत दर्ज कराई। धनेश को अपहरणकर्ताओं द्वारा प्रमोद की पिटाई का वीडियो भी भेजा गया था, जिससे मामला और गंभीर लगने लगा।
जैसे ही पुलिस ने पड़ताल शुरू की, यह सामने आया कि प्रमोद किसी अपहरण का शिकार नहीं बल्कि उसी रैकेट का सदस्य था जिसने उसके खाते में 19 लाख 90 हजार रुपये जमा कराए थे। इसमें से 13 लाख 90 हजार रुपये उसे सोनीपत ले जाकर उसके ही खाते से निकलवा लिए गए थे।
शेष 6 लाख रुपए को प्रमोद के फोन से 1930 पर कॉल कर खाते में ‘होल्ड’ करवाया गया और फिर उसके घरवालों से फिरौती के नाम पर पैसे मांगने की साजिश रची गई।
ऑनलाइन गेमिंग के जरिए चल रहा था ब्लैक-एंड-व्हाइट मनी का खेल
गिरोह के सदस्य ऑनलाइन गेमिंग एप्स का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों के खातों में ब्लैक मनी ट्रांसफर करते थे। इसके बाद कुछ राशि उन्हें “जीती हुई रकम” बताकर देते और बाकी रकम चिन्हित खातों में वापस मंगवा लेते।
अगर कोई पैसा वापस करने से मना करता या समय पर न देता, तो उसे बुलाकर बंधक बना लिया जाता था। इन्हें अलग-अलग राज्यों में ले जाकर बैंक से नकदी निकलवाई जाती। इसके बाद यह रकम चाइना व अन्य देशों को भेजी जाती थी, जबकि खाते उन्हीं भोले-भाले लोगों के नाम पर चलते थे जिन्हें डराकर या लालच देकर फंसाया जाता था।
गुरुग्राम और खुर्जा के हवालाइये गिरफ्तार
सिकंदराबाद पुलिस ने जिन छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, उनके नाम इस प्रकार हैं—
- अमित पुत्र नरेश कुमार
- करन पुत्र भोला शंकर
- अमर शर्मा उर्फ केशव पुत्र अशोक शर्मा (निवासी: गुरुग्राम, हरियाणा)
- राजकुमार पुत्र किरनपाल सिंह (निवासी: कमालपुर माजरा भदौरा, खुर्जा)
- शिवम पुत्र जीतपाल (निवासी: हजरतपुर पौंड्ररी, खुर्जा देहात)
- प्रमोद पुत्र विसम्बर (निवासी: महेपा जागीर, सिकंदराबाद)
पुलिस ने इनके कब्जे से एक ग्लेंजा कार, प्रमोद की चेकबुक, तथा 9 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
कई देशों में फैला गिरोह का नेटवर्क: CO
सिकंदराबाद के सीओ भास्कर मिश्रा के अनुसार, गिरफ्तार सभी आरोपी पढ़े-लिखे ग्रेजुएट हैं और गिरोह का नेटवर्क कई देशों में फैला हुआ है। पुलिस अब इस इंटरनेशनल नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है और जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण खुलासा होने की उम्मीद है।

