
National Herald Case: सोनिया-राहुल समेत आठ पर नई FIR दर्ज, ₹2,000 करोड़ की संपत्ति हड़पने का आरोप
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 3 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की शिकायत पर एक नई FIR दर्ज की है। इस FIR में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत कुल आठ व्यक्तियों और तीन कंपनियों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर लगभग ₹2,000 करोड़ की संपत्ति पर धोखाधड़ी से नियंत्रण हासिल करने के लिए आपराधिक साज़िश रची।
ED की शिकायत पर हुई कार्रवाई
इस FIR का आधार प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली पुलिस को सौंपा गया विस्तृत इनपुट है। PMLA की धारा 66(2) के तहत ED किसी भी एजेंसी से अनुसूचित अपराध दर्ज करने की मांग कर सकती है। इसी प्रक्रिया के तहत दिल्ली पुलिस की EOW ने यह मामला दर्ज किया है।
ED पहले भी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर चुकी है और सोनिया गांधी व राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है। नई FIR में यह आरोप दोहराया गया है कि कांग्रेस से जुड़ी कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को धोखे से अपने नियंत्रण में लेने के लिए एक संगठित साज़िश रची गई थी।
FIR में कौन-कौन हैं आरोपी?
इस FIR में आठ व्यक्तियों और तीन कंपनियों के नाम शामिल हैं।
- सोनिया गांधी (राज्यसभा सांसद)
- राहुल गांधी (लोकसभा सांसद)
- सैम पित्रोदा (इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख)
- अन्य तीन व्यक्ति
आरोपी कंपनियाँ
- एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL)
- यंग इंडियन (Young Indian)
- डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड (Dotex Merchandise Pvt. Ltd.)
₹2,000 करोड़ की संपत्ति हड़पने का आरोप
मामला AJL की करीब ₹2,000 करोड़ मूल्य की संपत्ति पर कथित तौर पर कब्ज़ा जमाने से जुड़ा है।
लेन-देन की कड़ी
- कोलकाता की कथित शेल कंपनी डोटेक्स मर्चेंडाइज ने यंग इंडियन को ₹1 करोड़ दिए थे।
- आरोप है कि इस पैसे और योजनाबद्ध लेन-देन की मदद से यंग इंडियन ने कांग्रेस पार्टी को मात्र ₹50 लाख देकर AJL पर नियंत्रण हासिल कर लिया।
जांच एजेंसियों के अनुसार, इसी प्रक्रिया के ज़रिए बहुमूल्य संपत्तियों वाले AJL को धोखे से कब्जे में लिया गया और पूरे संचालन पर नियंत्रण कर लिया गया।

