
Varanasi News: हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़- SOG की बड़ी छापेमारी में 9 युवतियों समेत 13 गिरफ्तार
Varanasi News: बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में देह व्यापार का काला नेटवर्क किस तरह फैल चुका है, इसकी एक और चौंकाने वाली तस्वीर सोमवार की देर रात सामने आई। सिगरा क्षेत्र में पुलिस और एसओजी-2 की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस ऑपरेशन में कुल 13 लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें नौ युवतियां और चार युवक शामिल हैं।
सूचना मिलते ही दो ठिकानों पर छापा
सिगरा थाना क्षेत्र में अनैतिक गतिविधियों की जानकारी पुलिस को मिली थी। डीसीपी क्राइम सरवणन टी. के निर्देश पर एसओजी-2 की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की।
- पहला ठिकाना: सिगरा स्थित एक लॉन के सामने संचालित मेलोडी स्पा सेंटर, जहां स्पा की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था।
- दूसरा ठिकाना: त्रिनेत्र भवन के पास स्थित एक पॉश बिल्डिंग का फ्लैट नंबर 112, जिसे पुलिस के अनुसार केवल देह व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
कार्रवाई के दौरान स्पा से चार युवतियां और चार युवक पकड़े गए, जबकि फ्लैट से पांच युवतियां अवैध गतिविधियों में संलिप्त मिलीं। दोनों स्थानों को पुलिस ने तत्काल सीज कर दिया।
नकदी, आपत्तिजनक सामग्री और डिजिटल सबूत बरामद
पुलिस ने छापा मारते समय दोनों ठिकानों से 23,000 रुपये नकद, आपत्तिजनक सामग्री और कई महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए हैं। इनमें शामिल हैं:
- सीसीटीवी फुटेज
- मोबाइल डेटा
- विभिन्न दस्तावेज और डिजिटल प्रमाण
इन सबूतों से रैकेट के बड़े नेटवर्क तक पहुंचने में मदद मिलेगी। फ्लैट मालिक और स्पा संचालन से जुड़े लोगों के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कैसे चलता था रैकेट?
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह पूरा नेटवर्क सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप और लोकल एजेंटों की मदद से संचालित होता था। आधुनिक तकनीक की आड़ लेकर ग्राहक तय किए जाते थे और गुप्त तरीके से उन्हें विभिन्न स्थानों पर बुलाया जाता था।
वाराणसी पुलिस अक्टूबर और नवंबर 2025 से लगातार ‘ऑपरेशन क्लीन’ अभियान चला रही है। इन दो महीनों में अब तक पांच बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया जा चुका है और 50 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
अधिकतर मामले शहर के भीड़भाड़ वाले और प्रमुख इलाकों सिगरा, लंका, कैंट और मंडुवाडीह- से सामने आए हैं, जिससे साफ है कि अवैध नेटवर्क शहर के केंद्र में ही सक्रिय था।

